Author: admin
-
बढ़ती उम्र के साथ इन समस्याओं से परेशान होने लगते हैं लोग
यूं तो बढ़ती उम्र के शरीर पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव कई हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुरुषों को सबसे ज्यादा चिंता किस बात की सताती है। बढ़ती उम्र में पुरुषों को जिस बात का डर सबसे ज्यादा सताता है, वह है सिर के बाल उडऩे का। ब्रिटेन में हुए एक सर्वे में पुरुषों…
-
अमलतास की फलियां कई रोगों में उपयोगी, अमरूद के पत्ते छालों में लाभकारी
अमलतास की फलियां कई रोगों में उपयोगी होती हैं। यह कब्ज, बार-बार बुखार और भोजन में अरुचि की समस्या को दूर करती हैं। फली: इसकी फली के 4-5 लंबे टुकड़े कर लें। इन्हें कुछ समय के लिए पानी में भिगो दें। फिर गुलाब की पत्तियां, मोटा कुटा सौंफ व हरड़ को भी भिगोने के बाद इसे…
-
इन चीजों को खाते-पीते आसानी से घटा सकते हैं वजन
मोटापा घटाने के लिए आप घर की रसोई में मौजूद चीजों को आजमा सकते हैं। अनियमित दिनचर्या व आलस यदि लगातार बना रहे तो मोटापे के रूप में नजर आने लगता है। हर किसी के लिए संभव नहीं कि वह जिम जाकर वर्कआउट करे। ऐसे में इन चीजों को भोजन में शामिल कर वजन कंट्रोल…
-
आसानी से और तुरंत वजन कम करने के लिए अपनाएं ये टिप्स!
अक्सर कई लोग जल्दी से अपना वजन कम करने के लिए एक टाइम भोजन करना छोड़ देते हैं। लेकिन इससे ठीक उल्टा होकर वजन घटने की बजाय बढ़ने लगता है। ऐसे हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे कारगर टिप्स जिन्हें अनाकर आप कम समय में बहुत ही आसानी से वजन कम कर सकते हैं।…
-
सीताफल में छिपा है कई रोगों का इलाज
सीताफल सिर्फ फल ही नहीं, दवा भी है। विशेषज्ञों के अनुसार इसे खाने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। सीताफल एक मीठा फल है। इसमें काफी मात्रा में कैलोरी होती है। यह आसानी से पचने वाला और अल्सर रोग व एसिडिटी में लाभकारी होता है। इसमें आयरन और…
-
फिट रहने का हिट फॉर्मला, जानें क्या हैं खेलनेे-कूदने के फायदे
आजकल बच्चे पढ़ाई के दबाव, माता-पिता की डांट और भाई-बहनों से झगड़ों को लेकर तनाव में रहने लगे हैं। इसके लिए समाज के साथ-साथ उनके माता-पिता भी उत्तरदायी हैं जो उन्हें किताबी कीड़ा बना रहे हैं। नि:संदेह पढऩा जरूरी है लेकिन आउटडोर गेम्स में हिस्सा लेने के कई सेहतमंद लाभ हैं। मस्तिष्क का विकास खेलकूद…
-
इन तरीकों से करें अस्थमा का उपचार, जरुर मिलेगा लाभ
आयुर्वेद चिकित्सा में अस्थमा का इलाज प्रमुख लक्षणों को आधार मानकर किया जाता है। यदि मरीज को अत्यधिक कफ बने या फेफड़ों में सूजन हो तो मुलैठी के पाउडर को 500 मिलिग्राम से लेकर एक ग्राम की मात्रा में थोड़े शहद या वसावलेह (अड़ूसा व अन्य हर्बल औषधियों से तैयार चटनी) के साथ मिलाकर चटनी…
-
डिटॉक्सीफिकेशन : शरीर से विषैले तत्त्वों को निकालना
शरीर में मौजूद विषैले तत्त्व अक्सर बीमारी का कारण बनते हैं। इन तत्त्वों को शरीर से बाहर निकालने की प्रक्रिया ही डिटॉक्सीफिकेशन कहलाती है। इस प्रक्रिया में खानपान का बेहद अहम रोल है। मौसम के अनुसार खानपान में बदलाव कर शरीर का शोधन किया जाता है। लिक्विड डाइट सबसे पहले शरीर में पानी की…