प्रतिदिन हमारे घरों में आराध्य की अर्चना के लिए जलाई जाने वाली सुगंधित अगरबत्ती से भी हमारे स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। एक ताजा अध्ययन के अनुसार, अगरबत्ती जलाने से घर के अंदर का वायुमंडल प्रदूषित हो जाता है, जिसके कारण हमारे फेफड़ों की कोशिकाओं में सूजन आ सकती है।
अमेरिका के चैपल हिल में स्थित उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय के गिलिंग्स स्कूल ऑफ ग्लोबल पब्लिक हेल्थ में किए गए ताजा अनुसंधान में कहा गया है कि अगरबत्तियों को जलाने से प्रदूषणकारी गैसों का उत्सर्जन होता है, जिसमें कार्बन मोनोऑक्साइड शामिल है।
पर्यावरण शोध पत्रिका `साइंस ऑफ द टोटल इनवायरमेंट` के अगस्त, 2013 अंक में यह शोधपत्र प्रकाशित हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के मुताबिक लंबे समय से चल रही सांस की बीमारी के कारण प्रतिवर्ष करीब 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है। इस बीमारी का मुख्य कारण स्टोव एवं खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दूसरे खुले चूल्हों से निकलने वाली प्रदूषणकारी गैसें हैं।